कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय के इतिहास विभाग द्वारा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, दिल्ली सर्कल के संयुक्त तत्वाधान में पुराना किला, नई दिल्ली में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन दिनांक 19 मार्च, 2023 को किया गया। कार्यशाला में ’एक्सप्लोरिंग द कल्चरल सीक्वेंसेज़ सिंस ऐन्शन्ट टू मिडिवल एरा एट रेयर साइट ऑफ पुराना किला’ विषय पर मुख्य अतिथि डॉ वसंत कुमार स्वर्णकार, निदेशक (एन.सी.एफ.), ए.एस.आई. एवं निदेशक, उत्खनन, पुराना किला, नई दिल्ली ने उत्खनन की बारीकियों को बताते हुए पुराना किला के उत्खनन से प्राप्त मौर्य, शुंग, कुषाण, गुप्त, राजपूत, सल्तनत तथा मुगलकाल के अवशेषों के संरक्षण की प्रक्रिया को भी समझाया।
महानिदेशक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, दिल्ली मुख्यालय से आयी टीम में शतरूपा बाल, असिस्टेंट आर्कियोलॉजिस्ट ने पुरातत्व के लिए इस्तेमाल में किए गए औज़ारों एवं ट्रेंच से संबंधित जानकारियां दी। असिस्टेंट सुपरिटेंडेंट आर्कियोलॉजिस्ट अक्षत कौशिक ने मौर्य काल से लेकर मुगल काल तक के अवशेषों की जानकारी दी। शमून अहमद, असिस्टेंट सुप्रीटेंडेंट आर्कियोलॉजिस्ट ने पुराना किला में स्थित शेर मंडल तथा अन्य मध्यकालीन इमारतों के बारे में जानकारी दी। पुराना किला के इंचार्ज, अजय बागड़ी के साथ साइट म्यूजियम में विभिन्न ऐतिहासिक कालों के अवशेषों को देखा।
कार्यशाला के समापन के बाद छात्राओं ने दिल्ली के विश्व विरासत स्थलों का भ्रमण किया। इस क्रम में हुमायूं का मकबरा के इंचार्ज, नदीम हुसैन के साथ छात्राओं ने हुमायूं की बेगम हमीदा बानो द्वारा बनवाए इस अद्भुत मकबरे के इतिहास एवं उसके महत्व को समझा।
कुतुबमीनार परिसर में स्थित कुतुबमीनार, कुवत उल इस्लाम मस्ज़िद, अलाई दरवाज़ा, दिल्ली का लौह स्तंभ आदि के इतिहास एवं स्थापत्य कला की जानकारी मिस्बाह नूरी, इंचार्ज एवं संरक्षण सहायक, ए.एस.आई. ने छात्राओं को दी।
डॉ प्रवीण सिंह, सुप्रिटेंडेंट आर्कियोलॉजिस्ट, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, दिल्ली सर्कल के सक्रिय सहयोग से कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन संभव हो सका। इस संपूर्ण विज़िट में दिल्ली सर्कल के एल.डी.सी. आशीष का भी सहयोग रहा। छात्राओं ने ज्ञानवर्धन के साथ-साथ इस विज़िट का आनंद उठाया। महाविद्यालय की इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. सुमन धनाका द्वारा संपूर्ण कार्यशाला एवं विज़िट का संचालन किया गया।