National Seminar in collaboration with ISLS (Day-2)
27 सितम्बर, 2023 को कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर में इंटरनेशनल सोसायटी फॉर लाइफ साइंसेज़ के सौजन्य से ’एडवांसेज़ इन एनवायरनमेंटल स्टडीज़ एंड पब्लिक हेल्थ’ पर चल रही दो दिवसीय संगोष्ठी का समापन हुआ। संगोष्ठी के द्वितीय दिवस पर तृतीय एवं चतुर्थ तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। तृतीय सत्र में छात्राओं द्वारा शोध पत्र वाचन किया गया। छात्राओं ने मुख्यतः मृदा परिवर्तनशीलता, बायोगैस संयंत्र, ओजोन परत छिद्र पर चर्चा प्रस्तुत की। सत्र में निर्णायक के रूप में महाविद्यालय की विज्ञान संकाय उप-प्राचार्य, डॉ. रंजना अग्रवाल एवं महारानी श्री जया राजकीय महाविद्यालय, भरतपुर के प्राणिषास्त्र विभाग की प्रो. मंजुलता शर्मा रहीं, जिन्होंने पत्र वाचकों के साथ अपने विचार साझा किए एवं उन्हें शोध के लिए बधाई दी। चतुर्थ सत्र में छात्राओं एवं शोधकर्ताओं द्वारा अपने शोध पर आधारित पोस्टर प्रस्तुत किए गए। संगोष्ठी के समापन सत्र में आमंत्रित वक्तव्य आईएसएलएस के सचिव, सहायक निदेषक, कॉलेज षिक्षा, राजस्थान, जयपुर एवं प्राणिषास्त्र विभाग के प्रो. हेमंत पारीक का रहा। प्रो. पारीक ने बताया किस प्रकार ट्राइडैक्स प्रोकम्बेंस चिकित्सा जगत में एक महत्वपूर्ण भूमिका रखती है। कार्यक्रम के अन्तिम चरण में स्वागत वक्तव्य महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल द्वारा दिया गया, उन्होंने कहा कि पर्यावरण की चिंता केवल एक राज्य या राष्ट्र तक ही सीमित नहीं है, यह एक वैश्विक चिंता का विषय है। हमें अपनी जलवायु और परिवेश के स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। कार्यक्रम की समापन रिपोर्ट डॉ. पालू जोशी द्वारा प्रस्तुत की गई, जिसमें डॉ. जोशी ने चारों शोध सत्रों की मुख्य वार्ता को श्रोताओं के बीच रखा। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथिगणों प्रो. मनोज पंडित, मेजर जनरल सुभाष चंद्र, एवं वन्य सेवा अधिकारी शैलजा देवल ने भी संगोष्ठी के विषय पर अपने विचार रखे। अध्यक्षीय उद्बोधन प्रो. अषोक कुमार ने दिया। कार्यक्रम के अंत में शोध पत्र वाचन के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। समापन सत्र में उप-प्राचार्य (महाविद्यालय विकास) डॉ. रंजुला जैन, उप-प्राचार्य (कला) डॉ. मनीषा माथुर एवं उप-प्राचार्य (विज्ञान) डॉ. रंजना अग्रवाल, अन्य प्राध्यापिकाओं सहित लगभग 200 छात्राओं ने भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. रंजना अग्रवाल, उप-प्राचार्य, विज्ञान संकाय ने दिया