ग्लोबल एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी और कम्युनिटी पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट कोर्स के अंतर्गत कानोड़िया पी.जी. महिला महाविद्यालय भूगोल विभाग एवं श्री कल्पतरु संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 1 मार्च, 2023 को “पर्यावरण संरक्षण और प्रबंधन में महिलाओं की भूमिका“ विषय पर चर्चा का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित आमेर, जयपुर की डिप्टी कलेक्टर सम्माननीय अर्शप्रीत बरार (आर.एस.अधिकारी), महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल, विष्णु लांबा (श्री कल्पतरू संस्थान-अध्यक्ष), विभागाध्यक्ष, डॉ. नीलम बागेश्वरी, धर्मेंद्र कंवर, स्वाति वशिष्ठ, कल्पतरु संस्थान के स्वयंसेवी और छात्राएँ उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि को पौधा भेंट कर प्राचार्य द्वारा स्वागत उद्बोधन से हुआ। डॉ. सीमा अग्रवाल ने छात्राओं को भविष्य में अपने लक्ष्य को निर्धारित कर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और साथ ही लक्ष्य प्राप्ति के लिए दृढ़ता और सही दिशा में बढ़ने की राह अपनाने पर बल दिया। जिससे लक्ष्य की प्राप्ति और विकास संभव हो। महिलाओं की भूमिका सामाजिक उत्थान और पर्यावरण संरक्षण में बेहद महत्वपूर्ण है। इसलिए उन्हें परिपक्वता और ज्ञान होना आवश्यक है।
मुख्य अतिथि, अर्शप्रीत बरार ने छात्राओं को ग्रोथ एंड डेवलपमेंट और सतत विकास का अर्थ बहुत ही सरल एवं सहज तरीके से समझाया साथ ही भविष्य में शिक्षा की महत्वता, विकास और वृद्धि को समझाते हुए कहा निरंतर प्रयास करने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं, जिससे ना केवल स्वयं का विकास होता है बल्कि सामाजिक एवं सांस्कृतिक विकास भी होता है। हमें निश्चित करना है कि आने वाले पीढ़ी को शुद्ध हवा, जल, मिट्टी पर्यावरणीय तत्व प्राप्त हो सके। महिलाओं की भूमिका जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में महत्वपूर्ण है। पर्यावरण को बचाने में और सतत विकास को संभव बनाने में महिलाएं अहम भूमिका निभाती हैं। उन्होंने विभिन्न उदाहरणों के द्वारा छात्राओं को प्लास्टिक, कचरे के निस्तारण में, इत्यादि विषयों पर चर्चा की और बताया एक सफल व्यक्ति के पीछे किसी महिला का हाथ होता है और एक सफल महिला के पीछे एक प्रगतिशील पुरुष का योगदान महत्वपूर्ण होता है।
अंत में विभागाध्यक्ष डॉ. नीलम बागेश्वरी ने धन्यवाद ज्ञापित किया। मंच का सफल संचालन प्राध्यापिका शीलू के द्वारा किया गया।