Design Thinking: A Step Towards Innovation

कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर के इंस्टीट्यूशन्स् इनोवेशन काउंसिल एवं सेंड ड्यून्स अकेडमी के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 30 अगस्त 2025 को ‘डिजाइन थिकिंगः ए स्टेप टूवर्ड्स इनोवेशन’ विषय पर एक वेबिनार का आयोजन किया गया। वेबिनार की वक्ता डॉ. विष्णु प्रिया टेमाणी, सहायक आचार्य, डिपार्टमेंट ऑफ कॉमर्स एवं इनोवेशन एम्बेस्डर, आईआईसी, कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय रही। कार्यक्रम की शुरूआत आइस-ब्रेकिंग सत्र से हुई जिसमें कहानी के माध्यम से प्रतिभागियों को डिजाइन थिकिंग के पाँच चरणों (संवेदना, परिभाषा, विचार, प्रतिकृति एवं जाँच) को समझाते हुये बताया गया कि डिजाइन थिकिंग एक मानव केंद्रित ऐसी समस्या-समाधान प्रक्रिया है, जिसमें हम समाज की समस्याओं की समानुभूति करते हुये उनका व्याहारिक एवं रचनात्मक समाधान खोजते है। वेबिनार में सेंड ड्यून्स अकेडमी के लगभग 70 छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया। श्री कार्तिकेय शर्मा, डायरेक्टर, सेंड ड्यून्स अकेडमी ने प्रतिभागियों को डिजाइन थिकिंग का उपयोग करते हुए नवाचार के लिए प्रेरित किया। डॉ. सीमा अग्रवाल, प्राचार्य, कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर ने संदेश दिया कि छोटा सा विचार भी बड़ा बदलाव ला सकता है। डॉ. प्रियंका खुराना, प्रेसीडेंट आईआईसी, द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। अंत में यह संदेश दिया गया कि डिजाइन थिकिंग एक प्रक्रिया ही नहीं बल्कि नवाचार की सोच है।