“वित्तीय समावेशनः वास्तविक स्थिति बनाम विकसित भारत में क्या होना चाहिए” विषय पर व्याख्यान का आयोजन
कानोड़िया पी.जी. महिला महाविद्यालय, जयपुर के अर्थशास्त्र विभाग द्वारा दिनांक 25 सितंबर 2025 को “वित्तीय समावेशनः वास्तविक स्थिति बनाम विकसित भारत में क्या होना चाहिए” विषय पर एक अतिथि व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान डॉ. शिप्रा जैन, सहायक प्रोफेसर, अर्थशास्त्र विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय द्वारा प्रस्तुत किया गया। व्याख्यान के दौरान डॉ. शिप्रा जैन ने वित्तीय समावेशन की अवधारणा पर चर्चा की और इसके महत्व, प्रमुख त्ठप् नियमों तथा भारत में वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देने वाले उपकरणों को समझाया। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य, डॉ. सीमा अग्रवाल ने इस प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियों से छात्राओं के ज्ञान और दृष्टिकोण को व्यापक बनाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने छात्राओं को प्रोत्साहित किया और सत्र में उनकी सक्रिय भागीदारी की सराहना की। इस व्याख्यान में कुल 127 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। यह कार्यक्रम विभागाध्यक्ष, डॉ. विजयलक्ष्मी गुप्ता के मार्गदर्शन में तथा विभाग की डॉ. पारूल सिंह और सुश्री प्राची सोनी के समन्वित सहयोग से सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
