भौगोलिक सूचना प्रणाली एवं अनुप्रयोग पर एक दिवसीय कार्यशाला

भौगोलिक सूचना प्रणाली एवं अनुप्रयोग पर एक दिवसीय कार्यशाला कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर के भूगोल विभाग द्वारा दिनांक 22 फरवरी, 2024 को  एनआईआईटी विश्वविद्यालय, नीमराना के संयुक्त तत्वावधान में ‘भौगोलिक सूचना प्रणाली तंत्र (जीआईएस) एवं विभिन्न अनुप्रयोगों’ पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस), ड्रोन फोटोग्रामेट्री एवं अनुप्रयोग को सीखना था। डॉ. थोटा शिवशंकर, सहायक आचार्य, एनआईआईटी विश्वविद्यालय, नीमराना, जीआईएस समन्वयक, आईआईआरएस- इसरो आउटरीच प्रोग्राम द्वारा कार्यशाला संचालन किया गया। कार्यशाला में ड्रोन फोटोग्रामेट्री पर मौलिक जानकारी प्रदान की गई, जिसमें ड्रोन डेटा प्रोसेसिंग का लाइव प्रदर्शन भी शामिल था, जो आर्क जीआईएस-प्रो के अंदर किया गया। कार्यक्रम में भूस्थलीय प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक गहन अध्ययन किया गया। इसमें साइबर मैपिंग, जीआईएस और रोबोटिक्स नियंत्रण सम्मिलित किए गए। भूकंप, भूस्खलन, चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं की जानकारी एवं उसके प्रबंधन में ज्योग्राफिक इंफॉर्मेशन सिस्टम एवं रिमोट सेंसिंग ड्रोन से लेकर अर्बन प्लानिंग, ई-गवर्नेंस कृषि, परिवहन जैसे तमाम क्षेत्रों का महत्व बताया गया। कार्यशाला के माध्यम से संभावित करियर के विभिन्न पहलुओं को समझाया गया। कार्यशाला का आयोजन भूगोल विभागाध्यक्ष डॉ. नीलम बागेश्वरी के निर्देशन में किया गया। विभाग की प्राध्यापिकाओं अंकिता गुप्ता, शीलू, ड़ॉ. रेणु शक्तावत एवं आरती तंवर सक्रिय भूमिका रही। कार्यशाला भौगोलिक सूचना प्रणाली तंत्र (जीआईएस), भूस्थलीय प्रौद्योगिकी जागरूकता और समझ बढ़ाने के लिए आयोजित की गई एवं अनुप्रयोगों के संप्रेषण के साथ एम.टेक पाठयक्रम के प्रवेश प्रक्रिया और करियर अवसरों पर भी ध्यान केंद्रित किया।