दिनांक 14 अगस्त 2025 को महाविद्यालय की टीम आइडिएशन द्वारा समस्त अशैक्षणिक पुरुष कर्मचारियों हेतु “कार्यस्थल पर लैंगिक संवेदीकरण” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का संचालन अधिवक्ता श्री सतीश कुमार द्वारा किया गया, जिसमें कार्यस्थल पर महिलाओं और पुरुषों के प्रति संवेदनशीलता, सम्मान एवं समान अवसर के महत्व पर चर्चा की गई एवं कार्यस्थल पर लैंगिक समानता, सम्मानजनक व्यवहार, महिला सहकर्मियों के साथ उचित संवाद, और यौन उत्पीड़न निवारण से जुड़े कानूनों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने यह भी बताया कि लैंगिक संवेदनशीलता केवल महिलाओं की सुरक्षा का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह एक सकारात्मक और सहयोगी कार्य वातावरण बनाने की अनिवार्य शर्त है। प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने इस कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी और समयोचित बताते हुए कहा कि ऐसे आयोजन न केवल कर्मचारियों की जागरूकता बढ़ाते हैं, बल्कि संस्थान के कार्यसंस्कृति में भी सकारात्मक बदलाव लाते हैं। कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापिका रिषिता शर्मा ने किया। इस अवसर पर प्रतिभागियों ने खुलकर प्रश्न पूछे और अपने अनुभव साझा किए। अधिवक्ता सतीश कुमार ने सभी प्रश्नों का समाधान उदाहरणों और कानूनी प्रावधानों के साथ दिया। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मोहिता चतुर्वेदी शर्मा द्वारा दिया गया ।
इस अवसर पर कुल 40 अशैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित रहे और सत्र के अंत में प्रश्नोत्तर एवं संवाद के माध्यम से विषय की गहन समझ विकसित की गई।


