Myths and Mythologies of Rajasthan

कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय जयपुर के समाजशास्त्र एवं गृह विज्ञान विभाग द्वारा ‘मिथ और माइथोलॉजी ऑफ राजस्थान’ विषय पर तीन दिवसीय चर्चा एवं अभिव्यक्ति का आगाज किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने अपने स्वागत भाषण में छात्राओं को आधुनिक युग में रहते हुए भी अपनी परंपराओं व संस्कृति से जुड़े रहने की प्ररेणा दी। समाजशास्त्र विभागध्यक्ष डॉ. मोहिता चतुर्वेदी शर्मा ने विषय-वस्तु से अवगत कराया। श्री राजवीर सिंह चलकोई, शिक्षक और संरक्षक, स्प्रिंगबोर्ड अकादमी ने कहा कि राजस्थान के लोकगीतों के बारे में सबूत खत्म हो जाते है वहाँ कैसे इतिहास को मिथ्या का नाम दे दिया जाता है। उद्घाटन सत्र की मुख्य अतिथि पुरातत्वविद्, इतिहासकार और लेखिका डॉ. रीमा हूजा ने छात्राओं को ऐतिहासिक दृष्टिकोण के माध्यम से मिथ व पौराणिक कथाओं का महत्व बताया। महाविद्यालय निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी ने कार्यक्रम की सराहना की। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन गृह विज्ञान विभागाध्यक्ष, डॉ. ऋचा चतुर्वेदी ने दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की प्राध्यापिकाओं एवं छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय जयपुर के समाजशास्त्र एवं गृह विज्ञान विभाग के संयुक्त तत्वावधान में ‘मिथ और माइथोलॉजी ऑफ राजस्थान’ विषय पर तीन दिवसीय चर्चा एवं अभिव्यक्ति का समापन 28 सितम्बर, 2024 को हुआ। इस कार्यक्रम के अंतर्गत श्री विनोद जोशी, कला एवं संस्कृति संरक्षक द्वारा राजस्थान के लोक संगीत की क्षेत्रीय विविधता पर चर्चा की,साथ ही लोक कलाकारों द्वारा प्रस्तुति दी गई। इसी क्रम में सेवानिवृत्त, प्रो. रूबी जैन, राजस्थान विश्वविद्यालय ने अपने वक्तव्य मे वस्त्र, सांस्कृतिक परंपरा एवं त्यौहारों पर प्रासंगिकता की विस्तृत जानकारी दी। श्री जितेन्द्र सिंह जी वरिष्ठ पत्रकार  हैरिटेज विंडो राजस्थान ने समृद्ध विरासत, साहित्य और संस्कृति एवं वास्तुकला की महता बताई। समाजशास्त्र विभाग की छात्राओं द्वारा  ’शिक्षा के माध्यम से अंधविश्वास को दूर करना’ विषय पर नाटक का मंचन किया। डॉ. स्वीटी माथुर ने तीन दिवसीय कार्यक्रम की रिपोर्ट प्रस्तुत की। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने इस तरह के कार्यक्रम की सराहना की तथा इंटरएक्टिव सत्रों के माध्यम से छात्राओं के समग्र विकास पर जोर दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी सहित उप-प्राचार्य, आयोजन समिति के सदस्य, प्राध्यापिकाएँ उपस्थित रही। कार्यक्रम में  छात्राओं ने उत्साहपूवर्क भाग लिया।