बेसिक लाइफ सपोर्ट प्रशिक्षण सत्र

कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों एवं सहायता गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 13 फरवरी, 2025 को मूलभूत जीवन रक्षा प्रणाली (बेसिक लाइफ सपोर्ट) प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में पद्मश्री डॉ. माया टंडन, भूतपूर्व विभागाध्यक्ष, एनेस्थीसिया एवं अधीक्षक जे.के.लोन अस्पताल, एस.एम.एस. मेडिकल कॉलेज, जयपुर मुख्य अतिथि रहीं। महाविद्यालय निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी, प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल, श्री राजेंद्र सिंह शेखावत, आरटीओ फर्स्ट जयपुर, कोषाध्यक्ष (सहायता एनजीओ) डॉ. नीरजा पाटनी ग्रोवर, रिटायर्ड सीजीएचएस एवं फिजिशियन, सचिव (सहायता एनजीओ) ताराचंद सहारण, रिटायर्ड आरएस रेवेन्यू बोर्ड, सीईओ (सहायता एनजीओ) मनीष संचेती, उदयवीर सिंह प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर (सहायता एनजीओ) उपस्थित रहे। इस प्रशिक्षण सत्र का उद्देश्य छात्राओं को आपातकालीन एवं मूलभूत चिकित्सा के बारे में प्रशिक्षित करना था। जिससे जीवन रक्षक परिस्थितियों में प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया दे सके। डॉ. माया टंडन ने “इमरजेंसी मेडिकल केयर” (आपातकालीन चिकित्सा देखभाल), “गोल्डन ऑवर” और “ आपदा प्रबंधन” के बारे में विस्तार से जानकारी दी। श्री राजेंद्र सिंह शेखावत द्वारा छात्राओं को परिवहन यातायात नियमों, प्राइमरी चिकित्सा, इमरजेंसी और ऑपरेटिव केयर के बारे में विस्तार से बताया। ताराचंद सहारण ने फर्स्ट ऐड, मनीष संचेती ने रोड एक्सीडेंट और रोड सेफ्टी रूल्स डॉ. नीरजा ग्रोवर ने मस्तिष्क आघात, उदयवीर सिंह ने सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रीससिटेशन) के सही तरीके और उसकी महत्ता पर प्रकाश डाला। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल धन्यवाद ज्ञापित करते हुये अपने उद्बोधन में कहा कि उच्च शिक्षा संस्थान के रूप में हमारा मुख्य दायित्व छात्राओं के सर्वांगीण विकास के लिए निरंतर प्रयास करना है। इसके साथ ही, उन्होंने छात्राओं को नियमों का पालन करने की प्रवृत्ति अपनाने के लिए प्रेरित किया और कहा कि छोटी-छोटी चीज़ें ही जिम्मेदार नागरिक बनाने में सहायक होती हैं। कार्यक्रम के अंत में प्रशिक्षित छात्राओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गये। कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आंचल पुरी, डॉ. रेणु शक्तावत एवं चारुल शर्मा की भूमिका रही ।