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थिएटर क्लब द्वारा “थिएटर में वाक् लय एवं वाक् नियंत्रण का महत्व” पर एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया।
दिनांक 8 नवंबर, 2024 को कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर के थिएटर क्लब द्वारा “थिएटर में वाक् लय एवं वाक् नियंत्रण का महत्व” पर एक इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन किया गया। इस सत्र का उद्देश्य छात्राओं को थिएटर में वॉयस मॉड्यूलेशन और वॉयस कंट्रोल के बारे में जानकारी देना था। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थिएटर कलाकार एवं वाइस आर्टिस्ट श्री विनोद कुमार जोशी का स्वागत क्लब संयोजिका डॉ. प्रीति शर्मा द्वारा किया गया। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में आवाज और लय को बेहतर तरीके से नियंत्रित करने और संवाद की भावनात्मक गहराई को सही से प्रस्तुत करने के लिए छात्राओं को प्रेरित किया। मुख्य वक्ता ने आवाज के नियंत्रण और लय की महत्ता पर प्रकाश डाला और बताया कि थिएटर में वॉयस मॉड्यूलेशन, जैसे आवाज की ऊँचाई, गहराई और लय, किसी भी संवाद को अधिक प्रभावशाली बना सकते हैं। उन्होंने समझाया कि वॉयस कंट्रोल के माध्यम से कलाकार दर्शकों तक अपनी भावनाओं को बेहतर तरीके से पहुँचा सकते हैं, जिससे उनका अभिनय अधिक जीवंत बनता है। सत्र के दौरान श्री जोशी ने विद्यार्थियों को व्यावहारिक गतिविधियों के माध्यम से वॉयस मॉड्यूलेशन की तकनीकें सिखाईं। कुछ छात्राओं को मंच पर बुलाकर उनकी आवाज की गहराई, लय और गति में सुधार के सुझाव दिए गए। इसके अलावा, उन्होंने वॉयस एक्सरसाइज भी करवाईं, जिससे छात्राओं को अपनी आवाज पर बेहतर नियंत्रण प्राप्त करने में मदद मिली। इस सत्र मे सभी प्रतिभागियों ने को थिएटर में आवाज की महत्ता को समझने एवं थिएटर स्किल्स में निखार लाने में मदद मिली। कार्यक्रम में 60 प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया एवं थिएटर क्लब सदस्यों सहित महाविद्यालय की अन्य प्राध्यपिकाएँ उपस्थित रही।
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