03 days workshop-cum-Seminar on Disaster Management : Preparedness and Mitigation organized by Department of Geography in association with Safety Professionals Association of India

तीन दिवसीय आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला का हुआ आयोजन

तीन दिवसीय वर्कशॉप कम सेमिनार का आयोजन भूगोल विभाग और सेफ्टी प्रोफेशनल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 9 से 11 फरवरी 2023 सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। वर्कशॉप -कम-सेमिनार का विषय,‘डिजास्टर मैनेजमेंट प्रिपेरेडनेस एंड मिटिगेशन’ रहा। इस वर्कशॉप कम सेमिनार का उद्देश्य छात्राओं को आपदा प्रबंधन के संदर्भ में जागरूक बनाना और भविष्य में किसी भी आपदा के लिए तैयार रहना। कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र दिनांक 9 फरवरी 11ः00 मुख्य अतिथि ए. के. सिंह, नेशनल प्रेसिडेंट एसपीएआई) के स्वागत के साथ आरंभ हुआ। उद्घाटन सत्र में उप-प्राचार्य डॉ. रत्ना सक्सेना (विज्ञान) द्वारा पौधा भेंट कर की गयी। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ. नीलम बागेश्वरी (विभागाध्यक्ष) ने आपदा प्रबंधन विषय से संबंधित जानकारी छात्राओं को दी और कार्यशाला के बारे में विस्तृत रूप से बताया। स्वागत उद्बोधन में उप-प्राचार्य डॉ. दीप्तिमा शुक्ला (कला) ने कार्यशाला के आयोजन को वर्तमान समय में तर्कसंगत बताया और अपने विचार प्रस्तुत किये। कार्यक्रम के प्रमुख वक्ता प्रोफेसर ए. के. सिंह ने अपने उद्बोधन से प्रतिभागियों का मनोबल बढ़ाया और विषय से संबंधित अपना व्याख्यान दिया, जिसमें उन्होंने आपदा क्या होती है, कितने प्रकार की होती हैं, और उसका प्रबंधन किस प्रकार किया जा सकता है। जीवन से जुड़ी गतिविधियों से होने वाली आपदाओं से बचने के लिए तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन कर प्रभाव को किस प्रकार कम किया जाए। व्याख्यान के बीच में छात्राओं के साथ अंतर संवाद संवाद में छात्राओं के सवालों का जवाब देते हुए उन्हें वर्तमान संदर्भ में जोड़कर उसकी सार्थकता को बताया। छात्राओं को विभिन्न टास्क फोर्स के रूप में विषय दिए गए जिस पर छात्राओं को एक प्रेजेंटेशन बनानी थी।
कार्यशाला के दूसरे दिन फर्स्ट एड एंड रेस्क्यू मेशर्स विषय पर मुख्य अतिथि के रूप में विजय सिंह नरूका (ट्रेंनिंग इंस्ट्रक्टर- राजस्थान सरकार, सेवानिवृत्त भारतीय नौसेना वरिष्ठ आयुक्त) ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। छात्राओं को प्राथमिक उपचार के बारे में बताया और साथ ही व्यवहारिक तौर पर गतिविधियों से जुड़कर सीखा। घरेलू गैस और उससे जुड़ी दुर्घटनाओं से बचने के तरीके और बचाव की बारीकियां भी सीखी।
कार्यशाला के अंतिम दिन दिनांक 11 फरवरी को संबंधित विषय विशेषज्ञ- श्री विजय सिंह नरूका ने फायर सेफ्टी और  फायर फाइटिंग के विषय में छात्राओं को अंतर संवाद गतिविधियों के द्वारा छात्राओं को को ट्रेनिंग दी साथ ही अग्निशमन के लिए (मॉक ड्रिल) भी करवाई गई। छात्रों द्वारा दिए गए प्रेजेंटेशन की विषय विशेषज्ञ द्वारा सराहना की गई तथा उन्हें सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल के उपस्थित और उद्बोधन से छात्राओं का मनोबल बढ़ा। उन्होंने कार्यशाला के उद्देश्यों और छात्राओं की सहभागिता की प्रशंसा की साथ ही भूगोल विभाग की इस पहल को उपयोगी बताया। कार्यशाला का समापन विभागाध्यक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापित कर हुआ।