“मेंटर्स मीट” का सफल आयोजनः उज्ज्वल भविष्य की ओर एक सशक्त कदम

“मेंटर्स मीट” का सफल आयोजनः उज्ज्वल भविष्य की ओर एक सशक्त कदम कानोड़िया पी.जी. महिला महाविद्यालय, जयपुर में आज दिनांक 10 मई, 2025 को उदयन शालिनी फैलोशिप कार्यक्रम के अंतर्गत “मेंटर्स मीट” का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल के स्वागत उद्बोधन से हुई उन्होंने मेंटरशिप की भूमिका को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाला सशक्त माध्यम बताया और शिक्षकाओं को इस महत्वपूर्ण दायित्व के लिए प्रेरित किया। उदयन शालिनी फैलोशिप की चैयरपर्सन, वीनू गुप्ता ने कहा कि इस पहल के माध्यम छात्राओं को एक संवेदनशील मेंटर की ज्यादा जरूरत है और जब भी ऐसी छात्राओं को किसी भी मार्गदर्शन की जरूरत होगी तो ये मेंटर हमेशा उनकी मदद के लिये तैयार रहेंगे। डॉ. जी.के. तिवारी, रिटायर्ड, आईएस, सदस्य यूएसएफ ने फैलोशिप का विवरण दिया और बताया कि मेंटर व मेंटी के बीच परपस्पर संवाद होता रहना चाहिये। उन्होंने बताया कि सन् 2002 में फैलोशिप की शुरुआत 72 छात्राओं के साथ की गई थी। वर्तमान में 14 राज्यों व 31 शहरों की छात्राएँ इससे जुड़ चुकी है। कार्यक्रम में डॉ. रेणुका पामेचा, ममता जैतली, महाविद्यालय निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी सहित कई प्राध्यापिकाओं ने भाग लिया। उदयन शालिनी फाउंडेशन की तरफ से श्रीमती रूकमणी हल्दिया, डॉ. मीता सिंह, डॉ. नीरू सलूजा तथा पुष्पा सैनी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं के समग्र विकास हेतु शिक्षिकाओं को मेंटर की भूमिका में प्रेरित करना था। इस अवसर पर यूएसएफ कार्यक्रम की अवधारणा, उद्देश्य और अपेक्षित जिम्मेदारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। मेंटरशिप की इस प्रक्रिया में  शिक्षिकाओं द्वारा छात्राओं को मार्गदर्शन, नैतिक संबल तथा करियर दिशा देने की भूमिका पर विशेष बल दिया गया। कार्यक्रम मे उदयन शालिनी फैलोशिप  की प्रतिनिधियों ने संस्था की पृष्ठभूमि, गतिविधियाँ और शालीन छात्राओं की यात्रा पर प्रकाश डाला। इसके पश्चात सहभागिता सत्र का आयोजन हुआ, जिसमें शिक्षकों ने अपने विचार, अनुभव व संभावनाओं पर चर्चा की।