कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर के इतिहास विभाग एवं शोधायाम के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 30 सितंबर, 2024 को विषय “भारत में महिला इतिहास का पुनर्लेखन-अहिल्या बाई होल्कर के विशेष संदर्भ में“ पर पैनल डिस्कशन आयोजित किया गया। पैनल डिस्कशन के मुख्य वक्ता प्रो. विकास नौटियाल, विभागाध्यक्ष, इतिहास विभाग (पीपलु), डॉ. अर्चना शर्मा, इतिहास एवं भारतीय संस्कृति विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय एवं सामाजिक कार्यकर्ता श्री पूरन सिंह उपस्थित रहें। डिस्कशन में मुख्य वक्ता प्रो. विकास नौटियाल द्वारा इतिहास लेखन की प्रवृत्तियों में इतिहासकारों द्वारा अहिल्या बाई होल्कर पर हुए लेखन का वर्णन किया एवं इतिहास के पुनर्लेखन की आवश्यकता को उजागर किया। प्रो. अर्चना शर्मा द्वारा अहिल्या बाई हॉल्कर पर प्रकाश डालते हुए उनके विविध कार्य तथा राजमाता से लोकमाता की जीवन यात्रा को अनेक उदाहरण द्वारा अहिल्या बाई का सामाजिक योगदान समझाया। सामाजिक कार्यकर्ता पूरन सिंह जी ने भारतीय चिर पुरातन संस्कृति में अहिल्या बाई होल्कर के मंदिर निर्माण, कल्याणकारी कार्य एवं पर्यावरण संरक्षण में अतुलनीय योगदान का महत्व बताया। विभागाध्यक्ष डॉ.सुमन धनाका ने विषय प्रवर्तन किया। प्रो. विकास ने छात्राओं के प्रश्नों के उत्तर दिए। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल एवं उप-प्राचार्य (इंटरनल असेसमेंट) डॉ. सुनीता माथुर, (स्टूडेंट एक्टिविटि) डॉॅ. मनीषा माथुर ने छात्राओं का उत्साहवर्धन किया। कार्यक्रम में कुल 120 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम के अंत में प्राध्यापिका प्रियंका अग्रवाल द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया एवं प्राध्यापिका श्रुति पाण्डेय एवं चारुल शर्मा की सक्रिय भागीदारी रही।