कानोड़िया पी.जी. महिला महाविद्यालय,जयपुर और शुभ विचार संस्था, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक प्रेरणादायक संवाद कार्यक्रम “विचारों का उत्सव” का आयोजन किया गया।

दिनांक 27 जनवरी, 2025 को कानोड़िया पी.जी. महिला महाविद्यालय, जयपुर और शुभ विचार संस्था, जयपुर के संयुक्त तत्वावधान में एक प्रेरणादायक संवाद कार्यक्रम “विचारों का उत्सव“ का आयोजन किया गया। इसमें युवाओं को सकारात्मक विचारों और उनके प्रभाव पर मार्गदर्शन प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं के बीच सकारात्मक सोच और विचारों के महत्व को बढ़ावा देना था। “शुभ विचार“ का आदर्श वाक्य “विचारों से परिवर्तन, विचारों से सेवा“ इस आयोजन की आत्मा थी। मुख्य अतिथि और मुख्य वक्ता टी.वी. धारावाहिक “महाभारत“ में भगवान श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने वाले प्रसिद्ध अभिनेता श्री नितीश भारद्वाज रहे। उन्होंने अपनी प्रेरणादायक बातें साझा करते हुए बताया कि विचार केवल एक व्यक्ति के जीवन को नहीं, बल्कि पूरे समाज को बदलने की शक्ति रखते हैं। कार्यक्रम में संजय के. रॉय, जयपुर लिटरेचर फ़ेस्टिवल (जेएलएफ़) के आयोजक समाजसेवी श्री सुधीर माथुर, महाविद्यालय निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी, प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल, शुभ विचार संस्था के संस्थापक व अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा एवं महाविद्यालय उप-प्राचार्य डॉ. सुनीता माथुर, डॉ. मनीषा माथुर एवं डॉ. रंजना अग्रवाल सहित महाविद्यालय की प्राध्यापिकाएँ एवं छात्राएँ उपस्थित रही। श्री नितीश भारद्वाज ने “विचारों का उत्सव“ विषय पर संवाद किया। शुभ विचार संस्था की तरफ से डॉ. पायल बंसल ने प्रश्न पूछे। उन्होंने जीवन और उनके विचारों से उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे सही सोच और मार्गदर्शन जीवन को सार्थक बना सकते हैं। उन्होंने छात्राओं से आग्रह किया कि वे अपने विचारों को सकारात्मक दिशा में मोड़े और समाज सेवा के माध्यम से अपने जीवन को उद्देश्यपूर्ण बनाये। युवाओं की भागीदारी संवाद के दौरान छात्राओं ने उत्साहपूर्वक प्रश्न पूछे और श्री नितीश भारद्वाज ने उनके प्रश्नों का उत्तर देकर उन्हें प्रेरित किया। संजय के. रॉय द्वारा इस अवसर पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि छात्राओं को अपनी प्राथमिकता को ध्यान में रखते हुये पहले अपना करियर बनाकर, अपने माता-पिता, परिवेश व प्रकृति से प्यार करना सीखना चाहिए उसके बाद दोस्ती व रिलेशनशिप के बारे में सोचना चाहिए। यह युवाओं को प्रेरणा देने वाला और सकारात्मक सोच के महत्व को समझाने वाला एक अद्वितीय प्रयास है। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल द्वारा कार्यक्रम मे धन्यवाद भाषण ज्ञापित करते हुए कहा हर मनुष्य के विचार भिन्न-भिन्न होते हैं, लेकिन इन विचारों के साथ विवेकपूर्ण रहना हमारी परिपक्वता और समझदारी का प्रतीक है। विवेक के साथ भिन्न विचारों को स्वीकार करना ही एक सशक्त और सकारात्मक समाज का निर्माण करता है। सभी विचारों का सम्मान करते हुए, अपनी सोच को सशक्त बनाना ही सच्ची मानवता और प्रगति का मार्ग है। गीतांजली पारीक समाज सेवी और बालिका मातृ शक्ति के विशेष योगदान, आर सी शर्मा, शिक्षाविद निदेशक, विद्या सागर इंस्टिट्यूट, श्री बृज किशोर श्रीवास्तव कथक गुरु, रवि कामरा, योग गुरु समाजसेवी, सुभाष जोशी पूर्व चेयरमैन राजस्थान क्रिकेट संघ, देशराज शर्मा समाजसेवी, श्री. राकेश केदावत, डॉ. धर्मेंद्र झा, संपादक दैनिक सिटी भास्कर, ओम प्रकाश मोदी, समाजसेवी, डॉ. देवेंद्र सिंह डायरेक्टर आरोग्यदीप हॉस्पिटल, देवेंद्र कपूर समाज सेवा रविद्र भारती राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संस्कार भारती भारत उपस्थित अतिथियों का अभिनंदन किया गया।