छात्राओं ने सीखी बोनसाई बनाने की कला
कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर के वनस्पति शास्त्र विभाग एवं इस्टीट्यूशन इनोवेशन काउंसिल (मिनिस्ट्री ऑफ एचआरडी इनिशिएटिव) के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 24 सितम्बर, 2024 को ‘बोनसाई मेकिंग पर एक दिवसीय कार्यशाला का ऑनलाइन आयोजन किया गया। कार्यशाला की मुख्य अतिथि शैली चौधरी, स्टार्टअप ट्रेनर, एंटरप्रेन्योरशिप गाइड एवं बोनसाई आर्टिस्ट रही। उन्होंने बोनसाई बनाने के कौशल को समझाते हुये बताया कि बानेसाई एक जापानी तकनीक है जिससे काष्ठीय पौधों को लघु आकार और आकर्षित रूप प्रदान किया जा सकता है। बोनसाई बनाने के लिये वृक्षों को चयन, गमलो का चयन, जड़ों और पौधों की कांट-छांट और सिंचाई का ध्यान रखना आवश्यक है। शैलीजी ने बताया कि बोनसाई बनाने के कौशल को सीखकर छात्राएँ उद्यमशीलता में आगे बढ़कर आत्मनिर्भर भारत की नींव को और भी मजबूत बना सकते है। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने भी छात्राओं को उद्यमशीलता के पथ पर आगे बढ़ने की प्ररेणा दी। कार्यक्रम में विभाग की 73 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम में उप-प्राचार्य (अकादमिक) डॉ. रंजना अग्रवाल सहित वनस्पतिशास्त्र विभाग प्राध्यापिकाएँ डॉ. रितु गुप्ता, डॉ. रितु जैन, डॉ. अपर्णा राठौड़, योगिता सोलंकी एव डॉ. कामाक्षी तोमर उपस्थित रहीं। कार्यक्रम का संचालन डॉ. रीमा श्रीवास्तव द्वारा किया गया।