कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों द्वारा ‘पोषण माह’ का आयोजन दिनांक 23 सितंबर 2024 को “खाने को दवा के रूप में कैसे उपयोग करें” विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान की मुख्य वक्ता डॉ. दीपशिखा गौर, बैचलर ऑफ नेचुरोपैथी एंड योग साइंसेज (बीएनवाईएस) आयुर्वेद मर्म, पंचकर्म, प्राहणा हेल्थ, विशेषज्ञ रही। कार्यक्रम का उद्देश्य पोषण के महत्व के बारे में जागरूक करना व स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देना था। डॉ. दीपशिखा गौर ने खाद्य बुद्धिमता के बारे में बताते हुय आहार और स्वास्थ्य के संबंध के बारे में विस्तार से बताया एवं विभिन्न रोगों संबंधी सुझाव मधुमेह, माइग्रेन, एसिडिटी, गठिया, थायराइड, त्वचा संक्रमण, अस्थमा, ब्रोंकाइटिस,साइनसाइटिस, बांझपन, किडनी स्टोन, फैटी लिवर, पीसीओडी और पीसीओएस के लिए आहार संबंधी सुझाव दिये एवं बताया कि आहार हमारे स्वास्थ्य का आधार है। आहार में बदलाव से स्वास्थ्य में सुधार संभव है। उन्होंने स्वस्थ खाने के तरीकों और उपचारों के बारे में जानकारी दी। महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने छात्राओं को स्वस्थ जीवनशैली व अच्छी दिनचर्या के लिये आत्ममूल्यांकन व आत्मसुधार के लिये प्रेरित किया। व्याख्यान में महाविद्यालय सचिव श्री विमल कुमार भाटिया सहित उप-प्राचार्य (इंटरनल असेसमेंट) डॉ. सुनीता माथुर, (स्टूडेंट एक्टिविटि) डॉॅ. मनीषा माथुर, (अकादमिक) डॉ. रंजना अग्रवाल कार्यक्रम में उपस्थित रहे। कार्यक्रम में 100 से अधिक छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और अपने सवाल पूछे। पोषण और स्वास्थ्य के बारे में जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम ने छात्राओं को स्वस्थ जीवनशैली को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
साथ ही राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों एवं नगर निगम ग्रेटर जयपुर के संयुक्त प्रयास से राष्ट्रीय सेवा योजना स्थापना दिवस (एनएसएस दिवस) पर नारायण सिंह सर्किल पर स्वयं सेवी छात्राओं द्वारा 10 किलोग्राम प्लास्टिक का संग्रहण कर निस्तारण किया गया, मॉल में सुरक्षा गार्ड, बस चालक, आसपास दुकानदार व अन्य लोगों को स्वच्छता की शपथ दिलवायी गयी। इस अभियान में महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल, जयपुर नगर निगम उपायुक्त, अर्शदीप बरार, नगर निगम पार्षद, जितेंद्र श्रीमाली एवं राष्ट्र सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आँचल पुरी सहित स्वयंसेविकाएँ मौजूद रही। यह स्वच्छता अभियान नारायण सिंह चौराहे पर शनिवार तक जारी रहेगा व स्वच्छता के प्रति समुदाय में जागरूकता बढ़ाने का प्रयास करेगा। प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल ने बताया कि इस प्रकार के आयोजन न केवल पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि यह सामूहिक प्रयास व सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी विकसित कर समाज में स्वच्छता की एक नयी संस्कृति स्थापित करते है।