कानोड़िया पीजी महिला महाविद्यालय, जयपुर की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाइयों एव आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के संयुक्त तत्वाधान में स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत नगर निगम जयपुर की पहल पर बिसलेरी बॉटल्स फॉर चेंज कार्यक्रम “बदलो अपनी आदत, बचाओ पर्यावरण’’ का आयोजन 19 सितंबर 2024, को किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में नगर निगम, जयपुर की उपायुक्त अर्शदीप बरार रहीं। अन्य अतिथियों में श्री बाइजू कुरियन, उत्तर क्षेत्र प्रमुख, कॉर्पाेरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर), बिसलेरी इंटरनेशनल एवं डॉ गोविंद शरण शर्मा, जयपुर जिला समन्वयक, राष्ट्रीय सेवा योजना रहे। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक के पुनर्चक्रण के महत्व को बढ़ावा देना और पर्यावरण संरक्षण में युवाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। महाविद्यालय प्राचार्य, डॉ. सीमा अग्रवाल ने कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत किया तथा अपने उद्बोधन में इस कार्यक्रम को नवोन्मेषी बताया तथा 3आर (रिड्यूस, रीसाइकल, रीयूज़) की अवधारणा पर बल दिया। उन्होंने छात्राओं को स्वच्छता पखवाड़े के अंतर्गत प्रेरित करते हुए इस विषय पर विचार साझा किए। कार्यक्रम में, बिसलेरी इंडिया के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए, जिसका उद्देश्य महाविद्यालय में प्लास्टिक कलेक्शन सेंटर की स्थापना करना है। इस पहल के माध्यम से प्लास्टिक प्रदूषण को कम करने और जागरूकता फैलाने का प्रयास किया जाएगा। मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में बताया कि छोटे-छोटे बदलाव बड़े परिवर्तन की ओर ले जाते हैं। नगर निगम द्वारा जयपुर को स्मार्ट शहर बनाने के लिए सतत् प्रयास किये जा रहे हैं, साथ ही जयपुर शहर के नागरिकों को भी अपनी ज़िम्मेदारी निभाना ज़रूरी है। श्री बाइजू कुरियन द्वारा कार्यक्रम में प्लास्टिक रिसाइकलिंग, प्लास्टिक संग्रहण प्रक्रिया, संग्रहित प्लास्टिक का वर्गीकरण, रिसाइकल्ड प्लास्टिक से बनाए जाने वाले उत्पाद जैसे प्लास्टिक बैग, प्लास्टिक बोतल, प्लास्टिक फाइबर, प्लास्टिक पाइप, प्लास्टिक टॉयज एवं प्लास्टिक प्रबंधन के बारे में विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम में महाविद्यालय की आईक्यूएसी कॉर्डिनेटर डॉ. सारिका कौल, उप-प्राचार्य (अकादमिक) डॉ. रंजना अग्रवाल, प्राध्यापिकाएं एवं लगभग 300 छात्राएँ उपस्थित रहीं। मंच संचालन एवं धन्यवाद ज्ञापन राष्ट्रीय सेवा योजना, कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. आंचल पुरी द्वारा किया गया ।