कनोड़िया पी.जी. महिला महाविद्यालय, जयपुर की एनएसएस ईकाईयों और फायर एंड सिक्योरिटी एसोसिएशन ऑफ इंडिया जयपुर चैप्टर द्वारा आयोजित “इमारतों में आग और जीवन सुरक्षा चुनौतियाँ” विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम दिनांक 18 सितंबर, 2024 को आयोजित किया गया। सत्र के मुख्य वक्ता श्री राजेश शिर्के (एफएसएआई राष्ट्रीय अध्यक्ष-युवा विकास) जाने-माने सुरक्षा विशेषज्ञ रहे। कार्यक्रम में अन्य अतिथि एसएमएस मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल जयपुर में प्लास्टिक सर्जरी एवं बर्न विभाग की पूर्व विभागाध्यक्ष तथा एसोसिएशन ऑफ प्लास्टिक सर्जन्स ऑफ इंडिया की पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मालती गुप्ता, श्री अन्कुर गुप्ता (एफएसएआई जयपुर चैप्टर के अध्यक्ष), श्री सुदीप पाण्डेय (एफएसएआई जयपुर चैप्टर के सचिव), श्रीमती वर्षा गुप्ता (एफएसएआई राष्ट्रीय उपाध्यक्ष-सुरक्षित नारी पहल) रहे। कार्यक्रम की शुरुआत महाविद्यालय निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी एवं महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल द्वारा अतिथियों के स्वागत से की गई। कार्यक्रम के दौरान जागरूकता हेतु पानी और आग पोस्टर एवं द्विभाषी पुस्तिका का विमोचन डॉ. मालती गुप्ता, महाविद्यालय निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी, महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. सीमा अग्रवाल एवं महाविद्यालय उप-प्राचार्य डॉ. रंजना अग्रवाल अग्रवाल द्वारा किया गया। कार्यक्रम के दौरान निदेशक डॉ. रश्मि चतुर्वेदी ने स्वयंसेविकाओं को लगातार सीखते रहने व सेवा का गुण आत्मसात के लिये प्रेरित किया। एक आकर्षक विडियो द्वारा डॉ. मालती गुप्ता ने आग से बचाव के सामान्य उपाय बताये। श्री राजेश शिर्के एनएफपीए और एनएससी से प्रमाणित सुरक्षा विशेषज्ञ हैं। उन्होंने हाईराइज बिल्डिंग्स में आग की संभावना और इसके कारण आग सुरक्षा उपायों की आवश्यकता और महत्व, इमारतों में आग बुझाने के तरीके और उपकरण, इवैक्यूएशन प्लान और इमरजेंसी प्रोसीजर, हाईराइज बिल्डिंग्स में आग सुरक्षा के लिए नवीन तकनीक और समाधान के बारे में भी बताया, उन्होंने आग सुरक्षा ऑडिट और इवैक्यूएशन मॉक ड्रिल्स के महत्व पर भी जोर दिया। अग्नि सुरक्षा, अग्नि खतरों पर नियंत्रण, अग्नि निकासी योजनाओं और अग्नि जोखिम मूल्यांकन के बारे में भी छात्राओं को प्रशिक्षित किया। वह एफएसएआई-स्टूडेंट इनिशिएटिव प्रोग्राम (एसआईपी) के अध्यक्ष भी हैं। प्रशिक्षण सत्र में छात्राओं को आग और जीवन सुरक्षा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिला। कार्यक्रम में मंच संचालन कार्यक्रम अधिकारी डॉ. आँचल पुरी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में लगभग 300 छात्राएँ एवं प्राध्यापिकाएँ उपस्थित रही। सत्र में कार्यक्रम अधिकारी डॉ.आँचल पुरी, विजयलक्ष्मी गुप्ता, डॉ. रेणु शक्तावत एवं महिमा रामचंदानी की प्रमुख भूमिका रही ।